Hamirpur News : विद्युत विभाग की लापरवाही से अँधेरे में काटी पपलोहल ब्राह्मणा के गांववासियों ने रात

पपलोहल ब्राह्मणा के ट्रांसफार्मर में तीन बजे के लगभग फ़यूज उड़ गया। भीषण गर्मी के बीच बिजली चली गई , लेकिन जब गाँब बासियों ने बिभाग के कर्मचारियों से बात करनी चाही तो कोई मौजूद नहीं था। जिससे आधे गाँव को इतनी गर्मी में अँधेरे में रहना पड़ा।
 

हमीरपुर  ।  ढटवाल क्षेत्र में समय पर विद्युत संबंधी समस्याओं का निवारण न होने के कारण लोग परेशानी उठा रहे हैं। लेकिन विभाग के ध्यान में मामला लाए जाने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।  जानकारी के मुताबिक पपलोहल ब्राह्मणा के ट्रांसफार्मर में तीन बजे के लगभग फ़यूज उड़ गया। भीषण गर्मी के बीच बिजली चली गई , लेकिन जब गाँब बासियों ने बिभाग के कर्मचारियों से बात करनी चाही तो कोई मौजूद नहीं था। इसके बाद तीन किलोमीटर की दूरी तय कर लोग धँगोटा बिजली बिभाग के दपत्तर में गये। लेकिन हैरानी की बात है कि वहाँ कोई नहीं था ।

जब लोगों ने कर्मचारियों के बारे पता किया तो पता चला कि सारा स्टाफ लोकल हैं और हर दिन अपने अपने घर चले जाते हैं। वहीं पवन कालिया ने कहा कि लोकल सर्विस करने के बावजूद भी जेई, फोरमैन, लाइनमैन और उससे नीचे का स्टाफ किसी ने फोन तक नहीं उठाया। कोई भी कर्मचारी अधिकारी अपनी अपनी कुर्सी पर नहीं था। सभी अपने अपने घर जा चुके थे जिससे आधे गाँव को इतनी गर्मी में अँधेरे में रहना पड़ा। किसी ने भी फोन उठाने की जहमत नहीं की,  जबकि कानूनन इनको छुटी करने से पहले अपने अपने ट्रांसफार्मर चैक करने होते हैं।
परंतु सारे कर्मचारी ब अधिकारी लोकल होने की बजह से घर जाने की जल्दी में चैक ही नहीं करते है। जगह जगह पेड़ों से लिपटी बिजली की तारें  फ़्यूज उड़ने का मुख्य कारण बनी हुई हैं। लेकिन कटाई छंटाई की तरफ विभाग का कोई ध्यान नहीं है। इनकी लापरवाही का खामियाजा लोग कई बार भुगत चुके है।  स्थानियों लोगों ने कहा  कि शिकायत आने के दूसरे दिन दस बजे के बाद ही फ़्यूज डाला जाता हैं। उन्होंने कहा कि दिन प्रतिदिन इन कर्मचारियों की लापरवाही की शिकायत ग्रामबासी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से करेंगे।
उधर एसडीओ सब स्टेशन कोटला रमेश वर्धन ने बताया कि विद्युत विभाग कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। ओड आवर्स में भी लोगों की समस्या का समाधान किया जाता है। लेकिन अगर कर्मचारी ऑफिस में नहीं पाए गए तो हो सकता है वे कहीं और काम के सिलसिले में गए हों।