कैसे डिजिटल होगा इंडिया, हिमाचल के 276 गांवों में मोबाइल सिग्नल ही नहीं
हिमाचल प्रदेश के 276 गांव आज भी मोबाइल फोन सिग्नल से महरूम हैं। दूरसंचार मंत्रालय के सर्वे में यह खुलासा हुआ है।
देश और प्रदेश में जोर-शोर से डिजिटल इंडिया की बात की जाती है। देश में डिजिटल क्रांति लाने के दावे किए जाते हैं। हर तरह की सुविधाएं आपके मोबाइल फोन पर ऑनलाइन मुहैया करवाने के दावे किए जाते हैं। मगर आज भी हिमाचल प्रदेश के सैंकड़ों गांव मोबाइल सिग्नल की समस्या से जूझ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के 276 गांव आज भी मोबाइल फोन सिग्नल से महरूम हैं। दूरसंचार मंत्रालय के सर्वे में यह खुलासा हुआ है। मोबाइल सिग्नल की कमी डिजिटल इंडिया अभियान की राह में बड़ा रोड़ा बन हुई है।
वीरवार को राजधानी शिमला पहुंचे टेलीकॉम रेगुलेटरी अथारिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के अध्यक्ष डॉ. पीडी बघेला ने प्रदेश में मजबूत दूरसंचार नेटवर्क के लिए मुख्य सचिव राम सुभग सिंह के साथ बैठक की। उन्होंने भारत सरकार की ओर से प्रदेश को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि 74 गांवों को इसी वर्ष सिग्नल की सुविधा से जोड़ा जाएगा। शेष 202 गांवों में से 84 को क्रमबद्ध तरीके से कनेक्टिविटी दी जाएगी। 118 गांवों के लिए आने वाले दिनों में योजना तैयार की जाएगी।
ट्राई के अधिकारियों की ओर से प्रदेश सरकार को दूरसंचार मंत्रालय के सर्वे के आधार पर बताया गया है कि 276 गांव अभी भी मोबाइल सिग्नल से जुड़े नहीं हैं। 74 गांवों में जल्द सिग्नल की सुविधा दी जाएगी। शेष 202 गांवों में से 84 गांवों को क्रमबद्ध तरीके से जोड़ा जाएगा। 118 गांवों के लिए जल्द योजना बनाई जाएगी। ट्राई के अध्यक्ष ने वीरवार को राजधानी शिमला में सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समस्याओं को जाना। बैठक में प्रदेश सरकार के कई अधिकारी मौजूद रहे।