किन्नौर में फिर दरका पहाड़; HRTC बस पर गिरे पत्थर, छह जख्मी

11 अगस्‍त को भी किन्‍नौर के निगुलसेरी में पहाड़ दरकने से एचआरटीसी बस समेत पांच वाहन मलबे में दब गए थे। इस हादसे में 13 लोगों को बचाया जा सका था, जबकि 28 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी
 

हिमाचल प्रदेश में बारिश के बीच भूस्खलन की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार को भी हिमाचल के जिला किन्नौर के निगुलसेरी में एक बार फ‍िर पहाड़ दरक गया है। इस दौरान एचआरटीसी की बस पर मलबा आ गिरा है। इससे बस में सवार छह लोग जख्मी हो गए हैं। बस एचआरटीसी डिपो रिकांगपिओ है, जो ताबो से रामपुर जा रही थी। राष्ट्रीय राजमार्ग-पांच पर सुबह 11 बजे के करीब यह हादसा हुआ है। अचानक पहाड़ी से मलबा बस पर आ गिरा। गनीमत रही है कि यात्रियों को गंभीर चोट नहीं आई है। 


हादसे में घायल हुए यात्रियों को प्राथमिक उपचार के लिए ज्यूरी अस्पताल पहुंचाया गया है। मलबा गिरने से बस को भी नुकसान हुआ है। गौरतलब है कि 11 अगस्‍त को भी किन्‍नौर के निगुलसेरी में पहाड़ दरकने से एचआरटीसी बस समेत पांच वाहन मलबे में दब गए थे। इस हादसे में 13 लोगों को बचाया जा सका था, जबकि 28 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। वहीं, आज फिर पहाड़ी से मलबा गिरने से घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। 


लोगों का कहना है कि एक बड़ा हादसा होने के बाद प्रशासन ने होमगार्ड तैनात किए गए थे, जो खतरा भांपने पर आने वाले वाहनों को सतर्क कर देते थे। मगर अब उन्हें यहां से हटा दिया है। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि एनएच और लोक निर्माण विभाग ने निगुलसेरी हादसे वाले स्थान से लूज बोल्डरों और मलबा को गिरा दिया था। इसके उपरांत वहां से होमगार्ड व पुलिस कर्मियों को हटा दिया था। लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए होमगार्ड व पुलिस कर्मियों को आज से उक्त स्थान पर तैनात कर दिया जाएगा।