न्यूरोसर्जन की पढ़ाई करेगी पांगी की बेटी डॉ. मनीषा, बनेगी चम्बा की पहली महिला न्यूरोसर्जन

पांगी की करयूनी पंचायत के सेरी गांव में रूप सिंह के घर में जन्मी डॉ. मनीषा का चयन न्यूरोसर्जन की पढ़ाई के लिए हुआ है। अब वह मेडिकल कॉलेज तमिलनाडु में तीन साल तक न्यूरोसर्जन का प्रशिक्षण लेंगी।
 

पांगी। जिला चम्बा के जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी की बेटी डॉ. मनीषा तमिलनाडू में न्यूरोसर्जन की पढ़ाई करेगी। पांगी की करयूनी पंचायत के सेरी गांव में रूप सिंह के घर में जन्मी डॉ. मनीषा के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ी है। डॉ. मनीषा का चयन न्यूरोसर्जन की पढ़ाई के लिए हुआ है। अब वह मेडिकल कॉलेज तमिलनाडु में तीन साल तक न्यूरोसर्जन का प्रशिक्षण लेंगी। मनीषा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है।

भरमौर-पांगी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. जनक राज ने डॉ. मनीषा को न्यूरोसर्जन में चयन होने पर बधाई दी है। डॉ. मनीषा जिला चंबा की पहली महिला न्यूरोसर्जन बनेंगी। बता दें कि डॉ. मनीषा इससे पहले मेडिकल कॉलेज चम्बा में सीनियर रेजिडेंट के पद पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। बेटी की इस उपलब्धि पर माता-पिता और परिवार के सदस्यों में खुशी की लहर है। डॉ. मनीषा का चयन न्यूरोसर्जन में होने पर मेडिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य डॉ. एसएस डोगरा ने बधाई दी है।

फरीदकोट कॉलेज से की चिकित्सा की पढ़ाई

डॉ. मनीषा सरकारी स्कूलों से प्राथमिक स्तर की पढ़ाई करने के बाद जवाहर नवोदय विद्यालय सरोल से 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण की है। इसके बाद गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज फरीदकोट (पंजाब) से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की थी। मेडिकल कॉलेज टांडा से एमएस की पढ़ाई की। वहीं, मौजूदा समय में डॉ. मनीषा करीब डेढ़ साल से मेडिकल कॉलेज चम्बा में सेवाएं दे रही थीं।