हमीरपुर में उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने किया ध्वजारोहण, भव्य परेड की ली सलामी
हमीरपुर । 76वां स्वतंत्रता दिवस हमीरपुर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। वाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल हमीरपुर के मैदान में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में उद्योग,श्रम एवं रोजगार मंत्री बिक्रम सिंह ने ध्वजारोहण किया तथा भव्य परेड की सलामी ली। भव्य परेड में हिमाचल प्रदेश पुलिस के अलावा महिला एवं पुरुष होमगार्ड, कालेज एनसीसी, स्कूल के विद्यार्थियों तथा खेल विभाग के युवक मंडलों की टुकडिय़ों ने मार्च पास्ट किया। इस अवसर पर सभी जिलावासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए बिक्रम सिंह ने कहा कि 76वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर हम आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं।
वहीं हम हिमाचल प्रदेश के गठन के 75वें वर्ष का उत्सव भी मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज़ादी हमारे आत्मसम्मान, स्वाभिमान, त्याग, समर्पण और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है, जिसे हमने अनेक संघर्षों और बलिदान के बाद प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों का त्याग, समर्पण, राष्ट्र प्रेम और बलिदान देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए हमें प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों, वीर जवानों और जन-नायकों सहित उन सभी लोगों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढक़र भाग लेते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानियों को भी सादर नमन किया।
उन्होंने कहा कि वीरभूमि हिमाचल प्रदेश ने भी देश के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। स्वतंत्रता सेनानियों, जन-नायकों और यहां के लोगों ने आज़ादी के लिए लम्बा संघर्ष करते हुए कठोर यातनाएं सहीं। सुकेत सत्याग्रह, प्रजामण्डल आन्दोलन, धामी गोली कांड तथा पझौता आन्दोलन जैसे कई आंदोलनों के माध्यम से प्रदेश के लोगों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद की। उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानियों, पूर्व सैनिकों तथा उनके परिवारजनों के कल्याण के प्रति सदैव वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि अनेक नई कल्याणकारी योजनाएं शुरू कर सभी वर्गों को लाभ पहुंचाया है। बिजली उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक नि:शुल्क बिजली प्रदान करने और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल का बिल नहीं लेने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। प्रदेश में चलने वाली हिमाचल पथ परिवहन निगम की साधारण बसों में महिलाओं को किराये में 50 प्रतिशत छूट देकर बड़ी राहत दी गई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बिना आय सीमा के वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त करने की आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 60 वर्ष कर लाखों वरिष्ठ नागरिकों को लाभ पहुंचाया। उन्होंने कहा कि पेंशन के 3 लाख 7 हज़ार नए मामले स्वीकृत किए गए तथा पेंशन पर 3052 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के लाभ से वंचित रहे प्रदेश के पात्र लोगों को मुफ़्त ईलाज की सुविधा देने के लिए हिमकेयर के अंतर्गत 3 लाख 8 हज़ार लाभार्थियों के ईलाज पर 285 करोड़ 53 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत प्रदेश में 4 लाख 32 हज़ार लोग पंजीकृत है और 187 करोड़ 53 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सहारा योजना के अंतर्गत तीन हज़ार रुपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जा रही है। अभी तक 20 हज़ार से अधिक लाभार्थियों के ईलाज के लिए 80 करोड़ रुपये से अधिक वित्तीय सहायता दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि लोगों को घर-बैठे शिकायतों के समाधान की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 आरम्भ की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गृहिणी योजना अंतर्गत 131 करोड़ रुपये व्यय कर 3 लाख 34 हज़ार परिवारों को नि:शुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बेटी है अनमोल योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, मुख्यमंत्री शगुन योजना महिलाओं और बेटियों का सहारा बनी हैं।
उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजग़ार देने की सोच के साथ मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना की शुरूआत की गई। अब तक 721 करोड़ रुपये के निवेश की 4 हजार 377 इकाइयां स्थापित की गईं हैं जिस पर 200 करोड़ रुपये का उपदान दिया गया है। मुख्यमंत्री स्टार्ट-अप योजना के अंतर्गत युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता दी जा रही है। प्रदेश में अब तक 261 स्टार्ट-अप और 12 इन्क्यूबेशन केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2003 में जहां राज्य से मात्र 500 करोड़ रूपए तक का निर्यात होता था, यह आज बढक़र लगभग 16000 करोड़ रूपए हो गया है। औद्योगिक क्षेत्र, बस्तियां व थीम पार्क की संख्या आज प्रदेश में 76 हो गई है।
‘‘फूड पार्क’’, ‘‘मैडिकल डिवाइस पार्क’’ प्रदेश के औद्योगिक विकास के द्योतक बन गए हैं। उन्होंने कहा कि पारंपरिक कोयला आधारित ऊर्जा के स्थान पर अब प्रदेश ग्रीन व स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि नवम्बर 2019 में धर्मशाला में आयोजित ‘‘वैश्विक निवेश्क सम्मेलन’’ ने प्रदेश को देश के औद्योगिक मानचित्र पर अलग पहचान दिलाई। 36 देशों के लगभग 2800 व्यापारिक प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए तथा 96,000 करोड़ रूपए के प्रस्तावित निवेष के 700 से भी अधिक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए गए।
उन्होंने कहा कि निवेषक सम्मेलन आयोजित करने के बाद डेढ़ महीने से भी कम के अंतराल में 27 दिसम्बर 2019 को शिमला में प्रथम गा्रउंड ब्रेकिंग का आयोजन किया गया, जिसमें 13,488 करोड़ रूपए के प्रस्तावित निवेश के 236 समझौता ज्ञापन धरातल पर लाए गए तथा 27 दिसम्बर 2021 को मण्डी में 28,198 करोड़ रूपए के प्रस्तावित निवेश के 287 समझौता ज्ञापन धरातल पर लाए गए। उन्होंने कहा कि 25 से भी अधिक वैष्विक औद्योगिक घराने व 600 से अधिक दवा निर्माण उद्योग प्रदेश के औद्योगिक मानचित्र पर अंकित है।
उन्होंने कहा कि ‘‘मुख्यमंत्री स्टार्ट-अप’’ व ‘‘मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना’’ ने प्रदेश में स्वरोजग़ार सृजन की संभावनाओं के नए द्वार खोले हैं। हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य के लिए यह एक गर्व की बात कही जा सकती है। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब प्रदेश अपनी उत्तम कानून व्यवस्था, निर्बाध गुणवत्ता युक्त बिजली की आपूर्ति तथा प्रशासन तक उद्यमी की सहज पहुंच के कारण निवेश के लिए एक उत्तम प्रदेश के रूप में उभरेगा।
उन्होंने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए हिमाचल सरकार ने प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना शुरू की जिसे 1 लाख 71 हज़ार से अधिक किसान अपना चुके हैं। जल जीवन मिशन के अंतर्गत केवल ढाई वर्षों में ही 8 लाख 65 हज़ार नल कनेक्शन लगाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले साढ़े चार वर्षों में प्रदेश में 3 हज़ार 903 किलोमीटर लम्बी सडक़ों का निर्माण किया गया तथा इस अवधि में 443 गांवों तक सडक़ सुविधा पहुंचाई गई, और 266 पुलों का निर्माण किया गया।
इस मौके पर स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंगा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। मुख्यातिथि द्वारा इस अवसर पर स्वतन्त्रता सैनानियों के परिजनों, जनेंद्र कुमार जैन द्वारा अपनी धर्मपत्नी की मृत्यु उपरांत नेत्र दान करने, हिमाचल प्रदेश की रबड़ डॉल निधि डोगरा, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा मार्च पास्ट में भाग लेने वालों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
समारोह में उपमुख्य सचेतक कमलेश कुमारी, विधायक नरेन्द्र ठाकुर, एचआरटीसी उपाध्यक्ष विजय अगिनहोत्री, कौशल विकास निगम के समन्व्यक नवीन शर्मा, जिला परिषद अध्यक्ष बबली देवी, जिला महामंत्री हरीश शर्मा के अतिरिक्त नगर परिषद के पार्षद, उपायुक्त देबश्वेता बनिक, एसपी डा0 आकृति शर्मा जिला के गणमान्य पदाधिकारी और नागरिक उपस्थित रहे। जिला में उपमंडल स्तर पर भी स्वतंत्रता दिवस समारोह हषोल्लास के साथ मनाया गया।