Hamirpur : दियोटसिद्ध मंदिर में 10 करोड़ से बना लंगर भवन कर रहा उद्घाटन का इंतजार
हमीरपुर । उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध (Baba Balak Nath Temple Deotsidh) में लगभग 10 कोरोड़ की लागत से बना लंगर भवन अब उद्घाटन के इंतजार में सफेद हाथी बनने की कगार पर है। वर्ष 2019 में बनकर तैयार हुए इस बहुमंजिला भवन का अभी तक लोकार्पण नहीं हो सका है। हालांकि पिछले वर्ष चैत्र माह मेलों से पहले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इस भवन को खोलने की बात प्रशासन द्वारा की गई थी, लेकिन अभी तक करोड़ों रूपए खर्च कर बनाए गए इस पांच मंजिला लंगर भवन को जनता को समर्पित नहीं किया जा सका है। श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों ने प्रदेश सरकार से लंगर भवन को खोलने की मांग की है।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) के बड़सर (Barsar) दौरे के दौरान इस भवन का उद्घाटन किया जाना है, लेकिन विडंबना यह है कि बड़सर में खुद भाजपा (BJP) का नेता साबित करने वाले आधा दर्जन से अधिक लोग पिछले चार वर्षों में मुख्यमंत्री (CM) का दौरा तक नहीं करवा पाए हैं। जिस कारण अभी तक दियोटसिद्ध मंदिर (Deotsidh Temple) में बने इस भव्य लंगर भवन का उद्घाटन आज तक लटका हुआ है।
बताते चलें कि बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध ट्रस्ट (Baba Balak Nath Temple Deotsidh Trust) ने 2015 में पुराने भवन को गिराकर यहां पर बहुमंजिला भवन बनाने का निर्णय लिया था। ठेकेदार को काम आवंटित होने के उपरांत एक वर्ष तक भवन को गिराने का मामला लटका रहा। इसके उपरांत मंदिर ट्रस्ट (Temple Trust) ने जून 2016 में बीएसएनएल (BSNL) कंस्ट्रक्शन विंग को पांच मंजिला भवन के निर्माण कार्य का टेंडर आबंटित किया। टेंडर आवंटित होने के एक साल बाद सारी औपचारिकताएं पूरी होने पर वर्ष 2017 में बीएसएनएल (BSNL) ने यह निर्माण कार्य शुरू किया।
वर्ष 2019 में यह बहुमंजिला भवन लगभग 10 करोड़ रूपए से बनकर तैयार हो चुका है। लेकिन दो वर्ष का समय बीत चुकने के बाद ही इसकी सुविधा श्रद्धालुओं को नहीं मिल पाई है। इसमें बड़ा लंगर भवन, सत्संग भवन, रात्रि विश्राम के लिए कमरे और रसोई समेत स्टोर शामिल हैं। इसके अलावा ग्राउंड फ्लोर में श्रद्धालुओं को पार्किंग की भी सुविधा मिलेगी। वहीं श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों ने कहा कि मंदिर ट्रस्ट द्वारा बनाई गए इस बहुमंजिला भवन के निर्माण से श्रद्धालुओं को लंगर के साथ साथ सतसंग हाल व रात्रि विश्राम की भी सुविधा मिलेगी। अब जबकि लंगर भवन बनकर तैयार हो चुका है, तो इसे जनता की सुविधा के लिए खोल देना चाहिए।
दियोटसिद्ध मंदिर (Deotsidh Temple) में अस्त व्यस्त है लंगर व्यवस्था
दियोटसिद्ध मंदिर (Deotsidh Temple) में दस वर्षों से 30 करोड़ के करीव सालाना चढ़ावे के बावजूद मंदिर (Temple) में लंगर व्यवस्था अस्त व्यस्त है। करोड़ो का चढ़ावा चढ़ाने वाले के बावजूद लंगर जैसी मूलभूत व्यवस्था के लिए श्रद्धालुओं को दो चार होना पड़ रहा है। मंदिर (Temple) में आने वाले श्रद्धालुओं को उद्वघाटन के नाम पर मिलने वाली सुविधाओं से बंचित रखा जा रहा है। अब सवाल यह खड़ा हो गया है कि मुख्यमंत्री (CM) बड़सर विस क्षेत्र का दौरा नहीं करेंगे तो क्या श्रद्धालु व जनता को लंगर भवन में मिलने वाली सुविधाओं से कब तक बंचित रहेगें।
उधर, बड़सर विस क्षेत्र के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल (MLA Inder Dutt Lakhanpal) ने कहा कि लोकार्पण में देर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएम (CM) से वे खुद कई बार बड़सर के दौरे को लेकर अनुरोध कर चुके हैं। अगर वे आते हैं तो कई बन चुके प्राजेक्ट्स का उद्घाटन करके उनको जनता को समर्पित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि चार वर्षों में बड़सर का दौरा क्यों नहीं कर पाए, यह तो भाजपा (BJP) के लोग ही बेहतर बता सकते हैं।
उधर, भाजपा जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक बलदेव शर्मा (Ex MLA Baldev Sharma) ने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश के मुख्यमंत्री (CM) विधानसभा बड़सर का दौरा करेगें। उनके द्वारा लंगर भवन का उद्घाटन करके इसे जनता को समर्पित कर दिया जाएगा।
उधर, एसडीएम बड़सर एवं मंदिर न्यास अध्यक्ष शशी पाल शर्मा (Shashi Pal Sharma) ने बताया कि लंगर भवन के लोकार्पण के संदर्भ में सरकार को प्रस्ताव भेजा है। जैसे ही कोई निर्णय सरकार की तरफ से होगा तो लंगर भवन का लोकार्पण कर दिया जायेगा। यह समस्या सरकार के ध्यान में है।