अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में थिरकन नृत्य ने मोहा सबका मन

मंडी। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी की चौथी सांस्कृतिक संध्या का आकर्षण थिरकन नृत्य व गधे की बरात रही। थिरकन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए कलाकारों ने अपने अपने क्षेत्र की पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों की वाहवाही लुटी। रोहतक के कलाकारों ने लघुनाटिका गधे की बरात का बखूबी मंचन किया। दर्शकों
 

मंडी। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी की चौथी सांस्कृतिक संध्या का आकर्षण थिरकन नृत्य व गधे की बरात रही। थिरकन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए कलाकारों ने अपने अपने क्षेत्र की पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों की वाहवाही लुटी। रोहतक के कलाकारों ने लघुनाटिका गधे की बरात का बखूबी मंचन किया। दर्शकों ने कलकारों के प्रयासों को खूब सराहा। चौथी संध्या का आगाज कला केंद्र में साढ़े पांच बजे सुरजमणी के शहनाई वादन से हुआ। संध्या में जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर मुख्यातिथि थे। उपायुक्त एवं अध्यक्ष मेला कमेटी ऋग्वेद ठाकुर ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। लोक गायक धीरज शर्मा ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियों से दर्शकों की तालियां बटोरी। उनके गानों पर दर्शक जमकर थिरके। धीरज शर्मा ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत शिव भजन शिव कैलाशो के वासी से की। इसके बाद शिवजी हो गए मतवाले, जब से देखे तेरे नैना व पहाड़ी नाटियों से दर्शकों से खूब नचाया।

लोक गायक धीरज शर्मा
के गानों पर दर्शक जमकर थिरके।

इससे पहले गुरुकुल म्यूजिकल अकादमी, डीएवी सीनियर सैकेंडरी स्कूल व मोनाल पब्लिक स्कूल मंडी के बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी। दुष्यंत ठाकुर, कुसुम श्याम, श्रवण कुमार, दिनेश कुमार, रामदेई, जितेंद्र चौहान, अनु कुमार, बंशी लाल, शिवाखान, कला चौहान, वुमेन वेल्फेयर एसोसिएशन, डॉ. लीना गुप्ता, महेंद्र शर्मा, प्रकाश शर्मा ने अपने गानों से दर्शकों का मनोरंजन किया। जागृति कला मंच, अतुल, रमेश कुमार, विनोद नितेश व हिमालयन रूट के कलाकारों ने अपना कार्यक्रम पेश किया। तीसरी संध्या की तरह चौथी संध्या में भीड़ नहीं उमड़ी। पंडाल में अधिकांश कुर्सियां खाली नजर आई।

इससे पूर्व देव आस्था के महाकुंभ मंडी महाशिवरात्रि महोत्सव में मंगलवार को राजदेवता माधोराय की दूसरी जलेब भी शाही शान से निकली। राजेदवता माधोराय की पूजा-अर्चना के बाद जलेब में चार गढ़ों के देवी-देवताओं ने शिरकत की। पारंपरिक वाद्य यंत्रों की देवध्वनि पर देवताओं के संग नाचते देवलुओं से छोटी काशी की छटा देवमयी हो गई। राजदेवता समेत कुल 26 प्रमुख देवताओं ने जलेब में शिरकत की। आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने राजदेवता माधोराय के मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद जलेब में भाग लिया।