तबलीगी जमात पर क्या बोले शांता… जानने के लिए करें क्लिक
धर्मशाला। निजामुद्दीन के घटनाक्रम पर भाजपा नेता और हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम शांता कुमार की तीखी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आई है। अपने फेसबुक वॉल पर शांता कुमार ने दिल्ली और केंद्र सरकार पर सवाल खड़े कर इस घटना को देश के लिए शर्मसार बताया है।
शांता कुमार ने लिखा है कि तबलीगी जमात का पूरे देश में कोरोना कहर। सोलह दिन बीत जाने के बाद भी आज तक कोई सख्त कार्यवाही नहीं। दिल्ली में दो सरकारें हैं। तीन हज़ार लोग, बाहर के देशों के भी लोग। दोनों सरकारों की नाक के नीचे इकट्ठे होते रहे। मस्जिदों में लोगों को इकट्ठा करने के लिए भाषण होते रहे। पर पता तब लगा जब करोना कहर से लोग मरने लगे। उस कार्यक्रम से एक दिन में रोगियों की संख्या 373 बढ़ गई और पूरे देश में कोरोना फैल गया। इस एक भयंकर गलती से सैकड़ों लोग मरेंगे।
यह हत्याएं हैं और कौन है इनके लिए जिम्मेदार? सरकार भाषण रोक सकती थी, हजारों लोगों को जमात में आने से रोक सकती थी पर क्यों सोई रहीं दो सरकारें? बदहवास गरीब प्रवासी सड़कों पर रोक दिए गए परंतु देश की राजधानी में तबलीगी जमात द्वारा इतना गंभीर अपराध क्यों होने दिया गया। इस प्रकार की कुछ गलतियां देश को बर्बाद कर सकती हैं । निजामुद्दीन इलाके के लोग भी क्यों चुप देखते रहे? शिकायत करते शोर मचाते सरकार के सोए अधिकारियों को जगाते।
एक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री खुल्लर विदेश यात्रा से लौटे मकान के दरवाजे पर नोटिस लगा था, 14 दिन एकांत में रहने का। लेकिन नोटिस फाड़ दिया गया कार्यालय शुरू हो गया। उन्हीं की सरकार ने जो नियम बनाया था उसे इतने बड़े पद पर बैठे अधिकारी ने तोड़ दिया । कुछ गरीब नियम तोड़ने पर सड़कों पर पीटे गए और मुर्गे बनाए गए परंतु….।
विश्व में कुछ छोटे-छोटे देश करोना संकट का सफलता से मुकाबला कर रहे हैं भारत भी उनमें था परंतु अब इस प्रकार के खुल्लर और तबलीग जमात के कारण नहीं रहा। संकट की सामुदायिक संक्रमण की कड़ी में शामिल हो गया। सहमत हूं मैं कि निजामुद्दीन को कोई सांप्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए ।
मैं मानता हूं कि हर मुस्लिम आतंकवादी नहीं है, परंतु यह समझ नहीं आता कि हर आतंकवादी मुस्लिम क्यों निकलता है। आतंकवादी पाकिस्तान से ही क्यों आते हैं। कभी नेपाल, तिब्बत, चीन या लंका से क्यों नहीं आए। दिल्ली में कुछ महीने पहले कभी शाहीनबाग, कभी जामिया मिलिया और अब तबलीगी जमात।
हिमाचल की सभी मस्जिदों की जांच करे सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि प्रदेश में सभी मस्जिदों की जल्द जांच करवाएं, ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि मस्जिदों में कितने लोग हैं। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि मस्जिदों में मिलने वाले लोग दिल्ली में तब्लीगी जमात के जलसे में गए थे कि नहीं। उन्होंने चंबा जिले के उपायुक्त और एसपी से भी इस मामले को लेकर बात की है। शांता ने कहा कि इस मामले में कोई भी कोताही नहीं होनी चाहिए। ताकि इस खतरे से बचा जा सके। पालमपुर में बनी मस्जिद में ताला लगा हुआ है। इसकी पुलिस और प्रशासन ने जांच कर ली है। जबकि भवारना में बनी मस्जिद की गुरुवार को नायब तहसीलदार ने जांच की। यह मस्जिद भी बंद मिली है।